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    300 करोड़ की ड्रग का कच्चा माल बरामद: पुलिस का बड़ा छापा, 1814 करोड़ की ड्रग

    300 करोड़ की ड्रग का कच्चा माल बरामद: पुलिस का बड़ा छापा, 1814 करोड़ की ड्रग मामले में नए खुलासे

                                                  


    भोपाल में ड्रग के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें पुलिस ने एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। कटारा हिल्स स्थित बगरौंदा में 1814 करोड़ रुपये की ड्रग के जब्त होने के बाद इस केस की परतें लगातार खुल रही हैं। ताज़ा मामले में मंगलवार को भोपाल पुलिस ने फैक्ट्री संचालक अमित चतुर्वेदी के ग्राम रापड़िया स्थित गोदाम पर छापा मारकर करीब 30 लाख रुपये का कच्चा माल जब्त किया है। अगर यह माल ड्रग में तब्दील हो जाता, तो इसकी कीमत लगभग 300 करोड़ रुपये होती!


     बड़ा रैकेट: पुलिस और एजेंसियों की बड़ी कार्रवाई


    दिलचस्प बात यह है कि यह छापेमारी तब हुई जब एनसीबी (नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) और एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) की टीमें पहले से ही इस मामले में बड़ी कार्रवाई कर चुकी थीं। तीन दिन पहले, एनसीबी दिल्ली और एटीएस गुजरात की संयुक्त टीम ने बगरौंदा औद्योगिक क्षेत्र के प्लॉट नंबर 63 पर चल रही एक फैक्ट्री पर छापा मारा था। टीम ने वहां से करीब 900 किलोग्राम ड्रग जब्त की थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कीमत लगभग 1814 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसके साथ ही करोड़ों रुपये का कच्चा माल भी पकड़ा गया था।


    गिरफ्तारियाँ: मुख्य आरोपी और उनके साथी हत्थे चढ़े


    इस मामले में पुलिस ने अब तक कई बड़े नामों को गिरफ्तार किया है। भोपाल के कमला नगर निवासी अमित चतुर्वेदी, जो इस फैक्ट्री का संचालक बताया जा रहा है, को पुलिस ने धर दबोचा है। अमित के साथ उसका साथी नासिक, महाराष्ट्र निवासी सान्याल बाने भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। वहीं, मामले से जुड़े तीसरे आरोपी हरीश आंजना को पुलिस ने मंदसौर से गिरफ्तार किया है। 


     कच्चा माल: 300 करोड़ की ड्रग बनाने की थी तैयारी!


    पुलिस और एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, जो कच्चा माल पुलिस ने अब तक जब्त किया है, अगर इसे प्रोसेस कर ड्रग में बदल दिया जाता, तो इसकी कीमत लगभग 300 करोड़ रुपये होती। यह बताता है कि यह रैकेट कितना बड़ा और संगठित था, जो भोपाल जैसे शहर में इतने बड़े पैमाने पर अपनी गतिविधियाँ चला रहा था।

     मामले की जांच: हर पहलू पर सख्त निगरानी


    अब भोपाल पुलिस इस मामले की तह तक जाने के लिए हर स्तर पर जांच कर रही है। एटीएस और एनसीबी की संयुक्त कार्रवाई के बाद भोपाल पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय स्तर पर भी कई बड़े छापे मारे हैं। पुलिस का कहना है कि यह मामला केवल भोपाल या मध्य प्रदेश तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका जाल कई राज्यों में फैला हुआ है।


    क्या होगा अगला कदम?


    इस हाई-प्रोफाइल केस ने न सिर्फ भोपाल, बल्कि पूरे देश में हलचल मचा दी है। पुलिस और एजेंसियों की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में और कौन से बड़े नाम इस ड्रग माफिया के जाल में फंसते हैं। 


    भोपाल की सड़कों पर जहाँ एक ओर आम लोग इस खुलासे से दंग हैं, वहीं पुलिस इस केस को जल्द से जल्द निपटाने और दोषियों को सज़ा दिलाने की कोशिश में जुटी है।