ऐनमल फिल्म कहानी और रिव्यू
देश का सबसे अमीर आदमी उसका बेटा दिमाग से एकदम पागल है और पागलपन की वजह खुद उसके पापा है फिर पापा पर चलती है गोलियां यहां से बेटे की जिंदगी का अब सिर्फ एक मकसद है उसको ढूंढना है मारना है बदला लेना है लेकिन बदला इंसान इंसान से ले सकता है जब सामने कुछ शैतान खड़ा हो जाए तब अच्छे अच्छे हीरो की भी हवा निकल जाती है तब हीरो को हीरो नहीं एनिमल बन के शिकार करना पड़ेगा यह फिल्म हीरो वर्सेस विलन नहीं विलन वर्सेस विलेन की कहानी है |
1.सेफ्टी वार्निंग खतरे की लाल घंटी
फैमिली के साथ फिल्म देखने से पहले कान जरा खोल के सुन लो मेरी इस बात को एनिमल सिर्फ नाम की एनिमल नहीं है उसके अंदर बहुत कुछ ऐसा है जिसको दिखाना तो छोड़ो सोचने की भी हिम्मत नहीं होती डायरेक्टर्स की फिल्म का स्टाइल वाकई बोल्ड है एडल्ट सर्टिफिकेट से फैशन के लिए नहीं मिला है इसको ऐसे डायलॉग जो किसी और के सामने नहीं बोलता है कोई भी ऐसे एडल्ट सिनस् भी है जिनको देखते वक्त शायद आप अनकंफरटेबल हो जाओगे विद फैमिली अब आपका पारिवारिक माहौल इसकी इजाजत देगा कि नहीं फैसला तुम करो |
2. एनिमल को एक एक्शन फिल्म समझ के थिएटर जा रहे हो तो पैसा वेस्ट मत करो
एनिमल हाथ पैर वाली फिल्म नहीं है दिमाग की कहानी है संदीप वांगा की फिल्म आपके सामने शीशा लगाकर खुद को दिखाना चाहती है यह कोई एंटरटेनमेंट नहीं है कुछ ऐसे साइंस जो दिमाग में घुस के पुरानी यादें बाहर निकलते हैं जो भूल कर भी नहीं भूल पाते हो आप दिमाग वाली फिल्म एक्शन बोल कर बेइज्जती मत करो हां वह बात अलग है कि इंटरवल से ठीक 10 मिनट पहले थिएटर में ऐसा एक्शन होगा जो शायद 100 सालों तक भूल नहीं पाओगे आप हम लोग आज तक सिर्फ मशीन गन देखकर पागल हो जाते हैं |
संदीप वांगा मशीन गन का पूरा परिवार उठाकर लाए हैं कान फट जाएंगे और हां यह कोई वीएफएक्स वगैरा नहीं है एकदम असली मेड इन इंडिया गन है यह पूरे 500 किलो की संदीप वांगा ने खुद डिजाइन किया है |
3. फिल्म देखने से डर रहे हो
खून वाले सींस ज्यादा भयानक तो नहीं है नहीं जी इसको दिल से निकाल सकते हा फिल्म वायलेंट जरूर है लेकिन डिस्टर्बिग बोलना गलत होगा कुछ ऐसा मेंटल हेल्थ पागलपन नहीं होगा अंदर डॉन'ट वरी मार्केट वाले सींस भी ठीक-ठाक है कुछ ऐसा सदमा लगने वाली चीज नहीं है कोई किसी को काटकर नहीं खाने वाला घबराओ मत |
4. एनिमल की कहानी बिल्कुल नई या फिर यूनिक टाइप की नहीं है
ऐनमल सिंपल सीधी एबीसीडी गोल जलेबी जैसा कुछ नहीं है अंदर हां लेकिन कहानी दिखाने का तरीका वह जबरदस्त है प्रेजेंटेशन बेस्ड सिनेमा जो आज से पहले किसी भी दूसरी इंडियन फिल्म में नहीं देखा होगा आपने हर इंसान के दिमाग में एक फ़िल्टर होता है ना जिसमें वह नापतोल की किसी भी चीज को बोलता है संदीप वांगा ने उसको फाड़ के सब कुछ रियल निकाल दिया है|
5. यह फिल्म बिल्कुल नहीं देखनी है
हर उस इंसान को जो फेमिनिज्म नहीं बल्कि उसकी गलतफहमी में जी रहा है हीरो हीरोइन अंदर एक दूसरे के साथ बिल्कुल ट्रांसपेरेंट है आर पार दिख जाता है वह क्या बोलते हैं इक्वल लड़का लड़की का फर्क जीरो इसीलिए कुछ ऐसी बातें भी है जो परदे के पीछे होती है लेकिन थियेटर स्क्रीन तो कलर हो नहीं सकती वंगा साहब की यह हिम्मत लोगों को खटक जाएगी एक हीरो का दूसरे एक्ट्रेस को अपना जूता चाटने को बोलना यह चीज कहानी में है फ्लोर के साथ लेकिन कुछ लोग कंट्रोवर्सी का झंडा उठाएंगे |
6. पर लंबी जरूर है लेकिन बोरिंग बिल्कुल नहीं है
3:30 घंटे पब्लिक को थिएटर में बिठाने के बाद भी हर कोई खुश होकर बाहर क्यों निकालेगा जानते हो क्योंकि इनडिंग के बाद भी फिल्म खत्म नहीं होती एक पोस्ट क्रेडिट सीन है जहां पर पूरे 3 घंटे जो आपने देखा उसे भी खतरनाक चीज छुपी है इसके लिए कोई भी तैयार होकर थिएटर नहीं गया था फिल्म के बाद बोनस जैसा है यह सीन उछल पढ़ोगे सीट से दोनों हाथों से ताली मारोगे गारंटी |
7. जो लोग टेंशन में चले गए थे रश्मिका का सीन देखने के बाद
जो लोग टेंशन में चले गए थे रश्मिका का सीन देखने के बाद ट्रेलर में और सोच रहे थे कैसे लेंगे भाई इसको आपका डर सही था फिल्म मे उनका कैरेक्टर बहुत अच्छे से लिखा है लेकिन रश्मिका थोड़ा सा छुभ सकती है कानों में रणबीर के साथ केमिस्ट्री फायर है और जो कैरेक्टर इन्होंने प्ले किया है उसको सेलेक्ट करने के लिए भी गट्स चाहिए थे इस बात पर ताली मार सकते हो |
8. ये है कि लॉर्ड बॉबी का कमबैक जबरदस्त है
उनकी एंट्री फिल्म में ऐसे करवाई जाती है जिससे फिल्म का पूरा गेम बदल जाता है बट सॉरी थोड़ा सा दिल टूटेगा आपका यह जानने के बाद की बॉबी देओल का रोल काफी छोटा है कैमियो टाइप का लेकिन शानदार इतना है पूरी फिल्म पलट सकता है जिंदगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए बस यह डायलॉग एकदम सटीक है बॉबी देओल 2.0 के कम बैक को समझने के लिए |
9. फिल्म की सबसे बढ़िया चीज सबसे बड़ी पावर इमोशंस है
हर बेटा हर भाई हर पति के अंदर वाली बातें जो कभी बाहर नहीं आती आज सुनोगे एनिमल को देखते टाइम ऐसा लग रहा था मुझे यह सिर्फ फिल्म नहीं है संदीप वंगा ने अपनी जिंदगी का कुछ तो पर्सनल टुकड़ा काट कर रख दिया है पब्लिक के सामने स्पेशली जो म्यूजिक आया जिसमें विप्र ने तड़का लगाया वहां से तो इमोशंस के सारे आर पार हो गए और पापा मेरी जान रिपीट पर चलेगा इसीलिए थिएटर से निकलते टाइम आप कंफ्यूज हो जाओगे जो फिल्म में हुआ जो रणबीर ने किया कितना सही कितना गलत तेल लेने गया पापा बेटे का प्यार ऐसा हो|
10. रणबीर कपूर
याद है आपको जब संदीप वांगा ने ऐनमल फिल्म अनाउंस किया था तो सुपरस्टार रणबीर कपूर लिखा था तब कुछ लोग लड़ने आ गए थे भाई सुपरस्टार कैसे बोल दिया अभी तो बच्चा है यह सुपरस्टार बनने में 100 जन्म लगेंगे बेटा जी सिर्फ एक फिल्म लगी है और रणबीर ने ऐसा काम किया है कि यह सुपर से भी ऊपर वाले स्टार बन गए हैं आसमान जितना टैलेंट है इस बंदे के अंदर जिसमें न जाने कितने छोटे-मोटे तारा की एक्टिंग शुरू होकर खत्म भी हो जाती है रणबीर कपूर का पागलपन इस फिल्म के अंदर सही गलत नेगेटिव पॉजिटिव से लेना देना ही नहीं है कुछ अपनी एक्टिंग स्किल्स दिखाने का जो मौका संदीप वांगा ने रणबीर को दिया था बंदे ने उसे पर चौका नहीं छक्का मार दिया है कुछ लोग डर रहे थे रणबीर को देखकर की बाकी बच्चे उनके जैसा बनने की कोशिश तो नहीं करेंगे बस आपका डर बिल्कुल सही है एक्चुअली रणवीर ने परफॉर्मेंस इतना गजब का दिया है कि हर कोई उसके जैसा बनना जाएगा लेकिन एक्टिंग और रियल लाइफ में फर्क होता है वह लोगों को सिखाना पड़ेगा लास्ट में बस तुम थैंक यू बोल दो इस इंसान को संदीप वंगा |