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    हो गया बड़ा फैसला : क्या मामा की लाड़ली बहना योजना होगी बंद ?

    लाड़ली बहना लैटस्ट अपडेट:क्या बंद हो जाएगी मामा की यह योजना ?

    पूरा देखें (toc)


    मामा की लाड़ली बहना योजना 

    मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद शिवराज सिंह चौहान उत्साह में दिखाई दे रहे थे | लाडली बहनों से मिल रहे थे और दावा कर रहे थे कि अब लाडली बहनों को लखपति बहना बनाना है जल्द ही ऐसी योजना लेकर आएंगे जिसमें बहनों को ₹10,000 महीने दिए जाएंगे | लाडली बहना योजना में भी ₹3000 तक की राशि करनी थी| शिवराज के पास पूरा प्लान था लेकिन जो प्लान नहीं था वह था खुद की कुर्सी बचाने का अब शिवराज खुद नहीं बचे हैं ऐसे में लाडली बहना और लखपति बहना जैसी उनकी फ्लैगशिप योजना पर सवाल खड़े हो गए हैं|

    लखपति बहना योजना तो सामने आने से पहले ही उसका डिब्बा बंद हो चुका है जबकि लाडली बहना को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं | मोहन सिंह यादव से सबसे पहला सवाल मीडिया ने लाडली बहना योजना को लेकर ही किया था जिसे उन्होंने सीधे-सीधे जवाब नहीं दिया था|

    क्या कहा नए मुख्यमंत्री डॉ मोहन सिंह यादव ने

    मुख्यमंत्री डॉ मोहन सिंह यादव की अध्यक्षता में हुई मंत्री परिषद की पहली बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए लेकिन लड़ली बहना को लेकर कुछ नहीं कहा | मोहन यादव ने क्या कुछ कहा चलिए पहले वह सुन लेते हैं लाड़ली बहना को लेकर कुछ नहीं कहा मोहन यादव ने क्या कुछ कहा चलिए पहले वह सुन लेते हैं “ साइबर तहसील का दायरा 1 जनवरी 2024 से जारी होगा जिसमे कोई भी अपना दस्तावेज का पंजीकरण करता अर्थात रजिस्ट्री करता है तो अलग से नामांकन करने के लिए जाए | वह परेशान हो इसके बजाय जैसे रजिस्ट्री ऑफिस में रजिस्ट्री कराएंगे इस समय उसकी सारी प्रक्रिया नामांकन की भी हो जाए तो यह एक सरलीकरण है जिसके माध्यम से ऑलरेडी दस्तावेज बन रहा है तो बार-बार नहीं जाना चाहिए”

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    लाड़ली बहना पर क्या कहा यादव जी ने

    जब लाडली बहना को लेकर पूछा गया तो ये टालते हुए नजर आए दरअसल लाडली बहना ये वो योजना थी जिसे भाजपा के लिए गेम चेंजर माना गया | लाडली बहना के साहारे ही भाजपा ने हारी हुई बाजी यहां पर पलट दी थी यह योजना शिवराज ने शुरू की थी और शुरुआत में हर बहना को ₹1000 देना शुरू किया था जबकि कांग्रेस की ओर से भी महिला सम्मान योजना का ऐलान किया गया था जिसमें सभी महिलाओं को ₹1500 महीना देने की गारंटी दी गई थी| इसके जवाब में शिवराज ने भी मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए ऐलान कर दिया कि वह लाडली बहना योजना में पैसे ₹1000 नहीं देंगे बल्कि इसे बढ़ाकर ₹3000 किया जाएगा | 

    मतलब 250 करके रकम बढ़ाई जाएगी और शिवराज ने अपना वादा निभाया भी था और लाडली बहना की रकम को पहले 1000 से बढ़कर 1250 रुपए कर दिया गया लेकिन बाद में यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह रकम 3000 भी होगी 3000 तो दूर की बात है ₹1500 जिसका ऐलान कांग्रेस ने किया था क्या बीजेपी की सरकार 1500 रुपए महिलाओं को देगी? वैसे संकट तो अब 1250 रुपए पर भी दिखाई दे रहा है | क्योंकि मोहन सिंह यादव ने सिर्फ यह कहा कि शिवराज सरकार ने जो जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की है उन्हें बंद नहीं किया जाएगा लेकिन साथ ही ये भी कहा है कि जिन योजनाओं की समीक्षा जरूरी होगी और समीक्षा के दौरान यह योजना बंद भी की जा सकती है वैसे भी लाडली बहना योजना को लेकर बीजेपी हाई कमान भी खुश नहीं था

    क्या शिवराज की कुर्सी जाने की वजह यह योजना है ?

    इसी एक योजना ने मोदी सरकार के तमाम योजनाओं को छोटा कर दिया था मोदी सरकार के सामने शिवराज ने लाडली बहना योजना को लाकर यहां पर एक बड़ी लाइन खींच दी थी और कहा जाता है कि शिवराज सिंह चौहान के सीएम पद से हटाने के पीछे भी लाडली बहना योजना का ही योगदान था

    कब तक चलेगी लाड़ली बहना योजना ?

    फिलहाल तो दावा किया जा रहा है की लाडली बहना योजना अप्रैल तक चलेगी और इसके बाद इसे बंद किया जा सकता है क्योंकि अप्रैल में लोकसभा का चुनाव भी हो जाएगा और फिर मध्य प्रदेश में 4 साल तक कोई भी चुनाव नहीं होना है और सरकार पहले से ही बड़े कर्ज में दबी हुई है ऐसे में ऐसी योजना जो ढाई हजार करोड रुपए के करीब हर महीना खर्च मांगती हो मोहन यादव की सरकार के लिए उस योजना को जारी रखना बेहद मुश्किल काम होगा ऐसे में यह तो पैमाना जा रहा है कि अब लाडली बहना योजना ज्यादा समय तक शायद ही चल पाए और अगर चलेगी भी तो कुछ समय बाद इसे बंद किया जाएगा और नए स्वरूप में फिर इसकी वापसी होगी और तब शायद 1200 की जगह ₹1000 ही दिए जाएंगे योजना काफी हद तक छत्तीसगढ़ में बीजेपी की ओर से जी महतारी योजना की तरह है और उसी की तर्ज पर शुरू की जा सकती है और इसे लेकर यहां पर एक जो पूरी योजना है वह केंद्र की देख-रेख में तैयार की जाएगी साफ है मोहन यादव को शिवराज और केंद्र दोनों को ही साधने की बड़ी चुनौती का भी सामना करना है फिलहाल तो 6 महीने तक मोहन यादव की सरकार के सामने ज्यादा मुश्किलें आती नहीं दिख रही है

    लाड़ली बहना योजना पर विपक्ष ने क्या कहा

    शिवराज सरकार के राज में लाडली बहना योजना बहुत चर्चित योजना थी जिसे लेकर कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने बीजेपी की नई सरकार को लेकर बड़ा बयान दिया है “ प्रजातंत्र में भरोसा करने वाले परिवार के साथी घर लोकतंत्र में विश्वास करने वाले परिवार के लोग भारी बहुमत से इस बार मध्य प्रदेश में मत किया और भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड बहुमत से सरकार बनी हम लोग भी अपनी बात लेकर जनता के बीच में गए कांग्रेस पार्टी भी गई पर भरोसा शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी पर हुआ भारतीय जनता पार्टी ने एक नए मुख्यमंत्री के रूप में आदरणीय मोहन यादव जी को सुशोभित किया उन्होंने शपथ ली जहा प्रधानमंत्री भी आए थे प्रधानमंत्री ने ₹2700 गेहूं का दाम 3100 रुपए धान का दम छत्तीसगढ़ में और मध्य प्रदेश में होगा इस भावना को व्यक्त किया था मैं मोहन आप पर भरोसा करता हु और 3100 रुपए गेहूं की डिमांड को लेकर कई दिनों से जो बात की जा रही थी उसकी दोनों पार्टियों ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों ने एक्सेप्ट भी किया चुकि सरकार आपकी बनी है दायित्व आपका है मैं कल भी अनुरोध किया था पहले भी अनुरोध किया था कि पहला डिसीजन किसानों के हित में 2700 रुपए गेहूं का दाम और 3100 रुपए धान का दाम आपको करना चाहिए सर वे आपको साधुवाद देंगे वह परिवार के बेटे जिन्होंने इस विश्वास के साथ वोट किया था|

    लाड़ली बहना योजना पर सवाल क्यू उठ रहे है?

    काफी लाजमी भी है ना सिर्फ यह कांग्रेस सवाल खड़े कर रही है विपक्ष यह सवाल उठा रहा है बल्कि यह सवाल बीजेपी के अंदर से भी उठ रहे हैं क्या यहां पर शिवराज की सबसे महत्वपूर्ण योजना बंद हो जाएगी क्या एमपी में शिवराज द्वारा चलाई गई योजना बंद हो जाएगी या फिर चालू रहेगी हालांकि राजनीतिक पंडितों का यह मानना है कि एमपी में बीजेपी शिवराज की लाडली बहना योजना की वजह से ही जीती है और अब देखना होगा कि एमपी में मोहन यादव सरकार शिवराज की योजना को बरकरार रख पाते हैं या नहीं फिलहाल तो यहां पर इसके बंद होने के ज्यादा चांसेस नजर आ रहे हैं और ऐसे में शिवराज की सबसे महत्वपूर्ण योजना को लेकर आप खुद बीजेपी भी सवालों में आ गई है लेकिन इसका खामियाजा अब यहां पर बीजेपी को भुगतना पड़ सकता है क्योंकि यहां पर लोकसभा चुनाव भी हैं अगर इस तरह की खबरें सामने आती है कि सिर्फ इसे अप्रैल तक चलाया जाता है तो यहां पर मोहन यादव के लिए मुश्किलें जरूर हो सकती है एक बड़ी चुनौती का वो सामना कर सकते हैं

    योजना के अप्रैल तक चलनी की बड़ी वजह

    लेकिन इसके कार्ड भी यहां पर मोदी सरकार की तरफ से निकलने की कोशिश की जा रही है लेकिन फिलहाल यहां पर विपक्ष जो है इस योजना को लेकर अब बीजेपी पर हमलावर है और यह कयास लगाए जा रहे हैं की योजना जल्द बंद की जा सकती है क्योंकि मध्य प्रदेश की जो सरकार है वह पहले ही काफी कर्ज में दबी हुई है एक इसकी बड़ी वजह यह है लेकिन शिवराज सिंह चौहान जी योजना के बदौलत यहां पर जो चुनाव जीता है बीजेपी ने अब उसे योजना को ही बंद करने की नौबत आ रही है जो अपने आप में एक बड़ा सवाल या निशाना बीजेपी पर खड़ा कर रही है और ऐसे में यहां पर मध्य प्रदेश में जो आने वाले दिन होंगे उसमें भी यहां पर इसको लेकर सियासी घमासान देखने को मिलेगा इससे इनकार नहीं किया जा सकता है तो आब देखना यह होगा कि इस योजना का क्या होता है क्या यह बंद होती है या फिर यहां पर लोकसभा चुनाव के बाद इसे पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है या फिर यहां पर लाडली बहनों के साथ आने वाले चुनाव में कुछ और नए ऐलान और कुछ नए और वादे किए जाते हैं या वह भी जुमले साबित होते हैं यह भी एक बड़ा सवाल है ?