बाबा सिद्दीकी की हत्या: एनसीपी नेता पर ताबड़तोड़ गोलियां, सीएम शिंदे ने किया राज्य सम्मान की घोषणा
मुंबई, 8 अक्टूबर – महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा तूफान उस वक्त आ गया जब एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। दिनदहाड़े सिद्दीकी पर छह गोलियां चलाई गईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हमले से महाराष्ट्र में हड़कंप मच गया है, और राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।
त्वरित प्रतिक्रिया: सीएम शिंदे का बड़ा ऐलान
हत्या के तुरंत बाद, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस क्रूर हत्या की कड़ी निंदा की और बाबा सिद्दीकी के लिए राज्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सिद्दीकी ने राज्य और पार्टी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और उनकी हत्या एक गंभीर घटना है जिसे हल्के में नहीं लिया जाएगा।
हत्या के पीछे कौन?
पुलिस ने हत्या के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है, और शुरुआती जानकारी के मुताबिक, हत्या के पीछे राजनीतिक दुश्मनी या गैंगवार हो सकता है। पुलिस ने हमलावरों की धरपकड़ के लिए एक बड़ा ऑपरेशन शुरू किया है, और इस मामले में बड़ी गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। राज्य भर में हाई-प्रोफाइल नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बाबा सिद्दीकी का राजनीतिक प्रभाव
सिद्दीकी का नाम न केवल राजनीति में बल्कि समाजिक कार्यों में भी काफी बड़ा था। उनकी वार्षिक इफ्तार पार्टी को हमेशा बड़े नेताओं और बॉलीवुड हस्तियों की उपस्थिति के लिए जाना जाता था। उनकी अचानक हत्या ने महाराष्ट्र की राजनीति और समाजिक जीवन में एक बड़ा शून्य पैदा कर दिया है।
राजनीतिक हिंसा पर सवाल
सिद्दीकी की हत्या ने राज्य में बढ़ते राजनीतिक हिंसा के मुद्दे पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्षी दलों ने सरकार पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि यह घटना राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह हाई-प्रोफाइल मामला किस दिशा में जाता है।