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    लाडली बहना योजना: 1.50 लाख से अधिक महिलाओं को नहीं मिलेगा 1250 रुपये, जानें कारण

    लाडली बहना योजना: 1.50 लाख से अधिक महिलाओं को नहीं मिलेगा 1250 रुपये, जानें कारण


    लाडली बहना योजना 

    मध्यप्रदेश की सबसे चर्चित योजनाओं में से एक लाडली बहना योजना के तहत 1.29 करोड़ बहनों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। हालांकि, हाल ही में बड़ी संख्या में महिलाओं को इस योजना से अपात्र घोषित किया गया है।

    कौन सी महिलाएं हुईं अपात्र?

    1. उम्र सीमा का उल्लंघन: ‍‍

    योजना में पात्रता के लिए महिलाओं की जन्म तिथि 1 जनवरी 1963 से पहले और 1 जनवरी 2000 के बाद नहीं होनी चाहिए।

    2. 60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं: 
    जिन महिलाओं की उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है, उन्हें इस योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है। इसके बजाय, उन्हें वृद्धावस्था पेंशन के तहत 600 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जा रहे हैं।

    अपात्र महिलाओं की संख्या

    महिला एवं बाल विकास विभाग के अनुसार, 1.63 लाख महिलाएं योजना की पात्रता शर्तों को पूरा नहीं कर रही हैं। इनमें से 1.50 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में अब 1250 रुपये नहीं आएंगे।

    सरकार का निर्णय

    विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सरकार ने स्पष्ट किया कि:

    • लाडली बहना योजना में उम्र सीमा बढ़ाने का कोई प्रस्ताव फिलहाल नहीं है।
    • नए नाम जोड़ने की प्रक्रिया भी फिलहाल स्थगित है।

    वृद्धावस्था पेंशन का प्रावधान

    60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को राज्य सरकार द्वारा वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत 600 रुपये प्रति माह प्रदान किए जाते हैं। यह उन महिलाओं के लिए है जो लाडली बहना योजना की पात्रता पूरी नहीं करती हैं।

    निष्कर्ष

    लाडली बहना योजना महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, पात्रता शर्तों के कारण बड़ी संख्या में महिलाओं को योजना से बाहर किया गया है। सरकार का उद्देश्य सभी महिलाओं को उनकी उम्र और आवश्यकताओं के अनुसार उचित लाभ प्रदान करना है।